दीर्घ एवं निरोगी जीवन के नियम जाने |  Live longer and Healthier

(1) प्रातः ब्राह्ममुहूर्त में उठें । सुबह-शाम खुली हवा में टहलें, दौड़ें । 

(2) प्राणायाम, ध्यान, जप, योगासन, संयम-सदाचार आदि का नियम लें । 

(3) दिन में 2-3 बार 'देव- मानव हास्य प्रयोग'(Laughing Practice) करें । 

(4) कसे हुए, चटकीले-भड़कीले, गहरे रंग के, तंग व कृत्रिम (synthetic) कपड़े न पहनें । ढीले-ढाले सूती वस्त्र या ऋतु- अनुसार ऊनी वस्त्र पहनें । 

(5) संयम से रहें । ऋतुचर्या के अनुसार आहार-विहार करें । 

(6) पेशाब करने के तुरंत बाद पानी न पियें, न ही पानी पीने के तुरंत बाद पेशाब हेतु जायें । इससे हानि होती है । मल-मूत्र का वेग नहीं रोकें । 

(7) सप्ताह में कम-से-कम एक दिन रोज के संसारी कार्यों से मुक्त हो जायें । 

(8) स्वास्थ्य-मंत्र 'ॐ हंसं हंसः' का नित्य १०८ बार (एक माला) जप करें । 

(9) ब्रहावेत्ता संत-सद्गुरु के सत्संग का नियमितरूप से लाभ लें व दूसरों को भी दिलायें । 

(10) चाय-कॉफी, शराब-कबाब, धूम्रपान पान-मसाला सेवन, फिल्मी गाने सुनना, अश्लील दृश्य व चलचित्र तथा गंदी वेबसाइट्स देखना आदि किसी भी हानिकारक चीज की लत लगी हो तो उसे छोड़ने का व्रत लें व उस व्रत पर दृढ रहें ।  

(11) रात को सोते समय भगवन्नाम का उच्चारण करो